अष्ट भैरव पूजा- शक्ति के लिए
अष्ट भैरव पूजा भगवान शिव के अष्ट भैरव स्वरूपों की आराधना है। अष्ट भैरव भगवान शिव के आठ रूप हैं, जिन्हें विशेष रूप से शक्ति, साहस और सुरक्षा प्रदान करने के लिए पूजा जाता है। इन आठ भैरवों का पूजन भक्तों को समस्त प्रकार की बाधाओं, नकारात्मक ऊर्जाओं और भय से मुक्ति दिलाता है। अष्ट भैरव पूजा में मंत्रों का जाप, हवन, और विविध धार्मिक अनुष्ठानों का पालन किया जाता है। यह पूजा विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो जीवन में शक्ति और साहस की प्राप्ति करना चाहते हैं।
अष्ट भैरव के नाम
- असितांग भैरव
- रूरू भैरव
- चण्ड भैरव
- क्रोध भैरव
- उन्मत्त भैरव
- कपाल भैरव
- भीषण भैरव
- संहार भैरव
अष्ट भैरव पूजा के लाभ
- शक्ति और साहस में वृद्धि: पूजा से शारीरिक और मानसिक शक्ति एवं साहस का संचार होता है।
- सुरक्षा: सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियों और बुरी नजर से सुरक्षा प्राप्त होती है।
- संकटों का नाश: जीवन के सभी संकट और कठिनाइयाँ दूर होती हैं।
- भय का नाश: सभी प्रकार के भय और आशंकाओं का नाश होता है।
- आध्यात्मिक उन्नति: आध्यात्मिक उन्नति और आत्मज्ञान प्राप्त होता है।
- मानसिक शांति: मानसिक तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है।
- धन और समृद्धि: आर्थिक समृद्धि और स्थिरता प्राप्त होती है।
- परिवार में शांति: परिवार में शांति और सौहार्द बढ़ता है।
- संतान सुख: संतान की प्राप्ति और सुख मिलता है।
- स्वास्थ्य में सुधार: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- सकारात्मक ऊर्जा का संचार: घर और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
- सकारात्मक सोच: सकारात्मक सोच और दृष्टिकोण में वृद्धि होती है।
- धार्मिक आस्था में वृद्धि: धार्मिक आस्था और भक्ति में वृद्धि होती है।
- यात्राओं में सफलता: सभी प्रकार की यात्राएँ सफल और सुरक्षित होती हैं।
- शांति और संतोष: मन में शांति और संतोष की प्राप्ति होती है।
- बाधाओं का नाश: जीवन में आने वाली सभी बाधाएँ और समस्याएँ दूर होती हैं।
- शत्रुओं का नाश: शत्रुओं और विरोधियों का नाश होता है।
- रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि: रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है।
- सर्वसिद्धियों की प्राप्ति: सभी प्रकार की सिद्धियाँ और सफलताएँ प्राप्त होती हैं।
- भगवान भैरव का आशीर्वाद: भगवान भैरव की विशेष कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है।
हम इस पूजा को योग्य पंडित द्वारा करवाते हैं। इस पूजा को ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यमों से करवा सकते हैं।